अमित शाह का जीवन परिचय

BJP अमित शाह भारतीय राजनीति के एक ऐसे नाम हैं, जिन्होंने पिछले दो दशकों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को शिखर पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एक सफल संगठनकर्ता, कुशल रणनीतिकार और कठोर निर्णय लेने वाले नेता के रूप में वे भारत के गृह मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। उनका जीवन, सोच और कार्यशैली देश के युवाओं और राजनीति में रुचि रखने वालों के लिए प्रेरणा है।

अमित शाह का जीवन परिचय

अमित शाह का जीवन परिचय


प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

अमित अनिलचंद्र शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को मुंबई में एक गुजराती परिवार में हुआ था। उनका पैतृक घर गुजरात के मानसा (गांधीनगर ज़िले) में है। उनके पिता का नाम अनिलचंद्र शाह था, जो एक व्यवसायी थे।

अमित शाह ने बायोकेमिस्ट्री में स्नातक की पढ़ाई CU Shah Science College, अहमदाबाद से की। हालांकि उन्होंने विज्ञान की पढ़ाई की, लेकिन उनका झुकाव बचपन से ही राष्ट्रवाद और राजनीति की ओर था।


राजनीतिक करियर की शुरुआत

अमित शाह का राजनीतिक सफर 1978 में शुरू हुआ जब उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ाव किया। इसके बाद वे 1980 के दशक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से सक्रिय रूप से जुड़े।

उनका करीबी रिश्ता नरेंद्र मोदी से भी यहीं से शुरू हुआ, जब वे दोनों युवा कार्यकर्ता के रूप में संगठन में काम कर रहे थे।

भाजपा में एंट्री और पहला चुनाव

1987 में अमित शाह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। उन्होंने अपने संगठनात्मक कौशल से जल्द ही पार्टी नेतृत्व का ध्यान खींचा।

1997 में उन्हें गांधीनगर सीट से उपचुनाव लड़ने का मौका मिला, जिसे उन्होंने जीत लिया और फिर 2002, 2007 और 2012 में लगातार विधानसभा चुनाव जीते।


मोदी के साथ रणनीतिक साझेदारी

अमित शाह और नरेंद्र मोदी की जोड़ी भारतीय राजनीति की सबसे सफल जोड़ियों में गिनी जाती है। जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने, तब अमित शाह को गृह, कानून और परिवहन जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई।

उनकी कड़ी नीतियों और कानून व्यवस्था पर मजबूत पकड़ के कारण वे जल्दी ही ‘सख्त प्रशासक’ के रूप में पहचाने जाने लगे।


2014 का आम चुनाव और राष्ट्रीय राजनीति

2014 के आम चुनावों में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जब भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल किया, तो उस विजय के पीछे सबसे अहम चेहरा अमित शाह ही थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में BJP की जबरदस्त जीत सुनिश्चित की।

इस जीत के बाद उन्हें 2014 में भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।


अमित शाह: बीजेपी को मजबूत करने वाले संगठनकर्ता

अमित शाह ने भाजपा को संगठनात्मक रूप से मजबूत करने में ऐतिहासिक काम किया:

सदस्यता अभियान

2015 में उन्होंने दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक सदस्यता अभियान चलाया, जिसके तहत BJP के सदस्य 10 करोड़ से भी ज्यादा हो गए। आवर आज भी बढ़ते जा रहे है

राज्यों में विस्तार

उनकी रणनीति के तहत भाजपा ने पूर्वोत्तर भारत, बंगाल और दक्षिण भारत जैसे गैर-पारंपरिक इलाकों में भी पकड़ बनाई।

2019 की शानदार जीत

2019 के लोकसभा चुनाव में BJP को 303 सीटें मिलीं। यह न केवल एक ऐतिहासिक जीत थी, बल्कि विपक्ष को पूरी तरह हाशिए पर डाल देने वाली जीत थी। इस जीत के बाद उन्हें भारत के गृह मंत्री के रूप में कैबिनेट में स्थान मिला।


गृह मंत्री के रूप में प्रमुख कार्य

अमित शाह ने गृह मंत्री के रूप में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए, जिनमें प्रमुख हैं:

धारा 370 हटाना

5 अगस्त 2019 को उन्होंने राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसे पारित करवा कर एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया।

CAA (नागरिकता संशोधन अधिनियम)

CAA को लागू कर अमित शाह ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने की प्रक्रिया को सरल बनाया।

आतंकवाद पर सख्ती

उनके कार्यकाल में आतंकवादियों और अलगाववादियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई।

आलोचनाएं और विवाद

जहां अमित शाह की प्रशंसा होती है, वहीं उनकी नीतियों की आलोचना भी होती रही है। कई बार उन पर ‘अति केंद्रीयकरण’ और ‘कठोर प्रशासक’ होने के आरोप लगे। CAA और NRC जैसे फैसलों को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए।

हालांकि इन सबके बावजूद उन्होंने अपने फैसलों पर अडिग रहकर अपनी छवि एक मजबूत नेता के रूप में कायम रखी।

निजी जीवन

BJP अमित शाह का विवाह सोना शाह से हुआ है और उनके एक पुत्र जय शाह हैं, जो इस समय BCCI (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के सचिव हैं।

BJP अमित शाह का जीवन सादा है। वे खाने-पीने और कपड़ों में साधारणता को प्राथमिकता देते हैं। उनका विश्वास है कि राजनीति सेवा का माध्यम होनी चाहिए, ना कि सत्ता का लालच।

अमित शाह की विचारधारा

अमित शाह हिंदुत्व, राष्ट्रवाद और विकास को एक साथ लेकर चलने वाले नेता हैं। उनके अनुसार:

“देश की सुरक्षा और विकास में कोई समझौता नहीं हो सकता। राष्ट्र पहले है, बाकी सब बाद में।”

भविष्य की संभावनाएं

2024 और उसके बाद की राजनीति में अमित शाह का रोल और भी अहम माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, अगर कभी नरेंद्र मोदी सक्रिय राजनीति से हटते हैं, तो अमित शाह प्रधानमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में शामिल होंगे।

निष्कर्ष

BJP नेता अमित शाह केवल एक नेता नहीं, बल्कि एक सोच हैं , रणनीतिक और राष्ट्रवाद के प्रति समर्पित। उनके कार्यों ने यह साबित कर दिया है कि यदि नेतृत्व में स्पष्टता हो और उद्देश्य राष्ट्रहित का हो, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।

वे आज के भारत के उन चुनिंदा नेताओं में हैं जिन्होंने संगठन, शासन और रणनीति – तीनों में अभूतपूर्व सफलता हासिल की

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